“NAVYA” योजना 2025: बेटियों को मिलेगा तकनीकी उड़ान का मौका :

परिचय: अब बेटियां सिर्फ पढ़ाई ही नहीं करेंगी, बल्कि उड़ान भी भरेंगी
आज का भारत बदल रहा है। जहां पहले लड़कियां सिर्फ स्कूल तक ही सीमित थीं, वहीं अब वही लड़कियां ड्रोन उड़ा रही हैं, सोलर पैनल लगा रही हैं और मोबाइल रिपेयरिंग जैसे क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं। यह बदलाव अचानक नहीं आया – इसके पीछे भारत सरकार की एक नई क्रांतिकारी पहल है: “नव्या योजना 2025″।

24 जून 2025 को भारत सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है जो ग्रामीण भारत की किशोरियों के जीवन में उजाला लाने वाला है। नव्या योजना का उद्देश्य सिर्फ तकनीकी शिक्षा देना ही नहीं है, बल्कि बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना है – उन्हें हिम्मत और हुनर ​​देना है, ताकि वे सिर्फ अपने लिए ही नहीं बल्कि अपने परिवार और समाज के लिए भी बदलाव ला सकें।

बेटियों के उडान की तयारी ?

“NAVYA” का पूरा नाम है –
युवा किशोरियों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण के माध्यम से आकांक्षाओं का पोषण

इस योजना की शुरुआत साझेदारी में की गई थी भारत सरकार के दो महत्वपूर्ण मंत्रालयों के साथ मिलकर इसे दिया गया है:

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MWCD)

कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (MSDE)

इस योजना के तहत देशभर में 16 से 18 साल की किशोरियों को तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे नए जमाने के साथ तालमेल बिठा सकें।

योजना की पृष्ठभूमि: बेटियों की उड़ान की तैयारी

भारत के कई हिस्सों में आज भी किशोरियाँ सिर्फ़ घरेलू कामों तक ही सीमित हैं। शिक्षा के बाद भी उनके पास कोई स्थायी रोज़गार का विकल्प नहीं है। ऐसे में नव्या योजना एक ऐसा मंच है जहाँ उन्हें व्यावहारिक शिक्षा और प्रशिक्षण के ज़रिए आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा।

यह योजना ख़ास तौर पर उन इलाकों में लागू की जा रही है जिन्हें आकांक्षी ज़िले कहा जाता है- जहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार के अवसर कम हैं। उदाहरण के लिए, इस योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश के सोनभद्र ज़िले से की गई है।

योजना का लक्ष्य क्या है?

नव्या योजना का उद्देश्य सिर्फ़ प्रशिक्षण देना ही नहीं है, बल्कि बेटियों को सशक्त, सक्षम और सक्षम बनाना इस योजना के मुख्य लक्ष्य हैं:

किशोरावस्था की लड़कियों को हुनरमंद बनाना – ताकि वे स्वरोजगार या नौकरी के लिए तैयार हों।

तकनीक में लड़कियों की भागीदारी बढ़ाना।

ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों की लड़कियों को तकनीकी दुनिया से जोड़ना।

समाज में लैंगिक असमानता को कम करना।

किस क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा?

इस योजना से बेटियों को ऐसे हुनर ​​सिखाए जाएंगे जो 21वीं सदी में रोजगार के लिए बेहद जरूरी हैं:

  1. ड्रोन संचालन
    ड्रोन उड़ाने, मैपिंग और निगरानी जैसे कार्यों का प्रशिक्षण

कृषि, रक्षा और सर्वेक्षण जैसे क्षेत्रों में उपयोगी

  1. मोबाइल रिपेयरिंग
    स्मार्टफोन हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की मरम्मत

तेजी से बढ़ते मोबाइल उद्योग में तत्काल रोजगार का अवसर

  1. सोलर पैनल लगाना
    हरित ऊर्जा क्षेत्र में काम करने का अवसर

हरित ऊर्जा मिशन से जुड़ने का अवसर

  1. एलईडी असेंबली और इलेक्ट्रिकल रिपेयर
    घरों, दफ्तरों और दुकानों में बढ़ती इलेक्ट्रॉनिक मांग को देखते हुए
  2. ब्यूटी और वेलनेस कोर्स (वैकल्पिक)
    पारंपरिक और लोकप्रिय स्वरोजगार विकल्प

इसमें कौन शामिल हो सकता है?

पात्रता:
मानदंड विवरण
आयु सीमा 16 से 18 वर्ष
शिक्षा न्यूनतम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण
श्रेणी प्राथमिकता ईडब्ल्यूएस, बीपीएल और ग्रामीण क्षेत्रों की किशोर लड़कियां
स्थान प्राथमिकता भारत के आकांक्षी जिले

प्रशिक्षण की प्रकृति
पाठ्यक्रम अवधि: 3 से 6 महीने
पाठ्यक्रम शुल्क: पूरी तरह से निःशुल्क
भाषा: हिंदी और क्षेत्रीय भाषाएँ
प्रशिक्षण माध्यम: एनएसडीसी, आईटीआई, महिला प्रशिक्षण केंद्र
प्रमाणन: एनएसडीसी या मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त
विशेष लाभ:
नौकरियों के लिए परामर्श और साक्षात्कार सहायता
स्वरोजगार के लिए स्टार्टअप मार्गदर्शन
प्रशिक्षण के बाद ऑनलाइन पोर्टल पर नौकरी पंजीकरण सुविधा
कैसे करें आवेदन?
ऑनलाइन आवेदन (जल्द ही शुरू):
www.navya.gov.in या www.skillindia.gov.in पर पंजीकरण सुविधा
ऑफ़लाइन आवेदन:
नज़दीकी आंगनवाड़ी केंद्र, आईटीआई कॉलेज या ब्लॉक विकास कार्यालय से फ़ॉर्म प्राप्त करें

सोशल योजना का प्रभाव
नव्या योजना भारत के सामाजिक ढांचे में बड़ा बदलाव ला सकती है। जब लड़कियाँ कौशल सीखेंगी, तो वे:

परिवार की आय में योगदान देंगी

कम उम्र में शादी जैसी समस्याओं से बचेंगी

अपने पैरों पर खड़ी होंगी और आत्म-सम्मान हासिल करेंगी

समाज में महिलाओं की भूमिका बदलेगी

नव्या योजना बनाम अन्य योजनाएँ
योजना लाभार्थी क्षेत्र मुख्य उद्देश्य
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ सभी लड़कियों की शिक्षा लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना युवा सभी क्षेत्रों में रोजगार योग्य कौशल
नव्या योजना किशोर लड़कियाँ (16-18) तकनीकी और कौशल आधारित आत्मनिर्भरता |

Gyan Singh Rjpoot